दिव्या भारती की प्रसिद्धि का कारण क्या था? 90 के दशक के बॉलीवुड सिनेमा पर उनके प्रभाव की कहानी

दिव्या भारती 90 के दशक की बॉलीवुड की एक ऐसी अभिनेत्री थीं, जिन्होंने अपनी मासूमियत, खूबसूरती और अभिनय कौशल से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। कम उम्र में ही उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना ली थी। आइए, जानते हैं कि दिव्या भारती क्यों प्रसिद्ध थीं और उन्होंने 90 के दशक के बॉलीवुड सिनेमा पर क्या प्रभाव डाला।

दिव्या-भारती

90s दशक  का बॉलीवुड बिना दिव्या भारती के नाम के अधूरा सा लगता है। सिर्फ 19 साल की उम्र में 30 से ज़्यादा फिल्में करने वाली इस अभिनेत्री ने अपने मासूम चेहरे, ज़बरदस्त एक्टिंग और बेफिक्र अंदाज़ से इंडस्ट्री को हैरान कर दिया था। लेकिन साल 1993 में उनकी रहस्यमयी मौत ने एक सवाल छोड़ दिया: “क्या हुआ था उस रात?” आज भी उनकी लोकप्रियता के पीछे के राज़ और उनके प्रभाव को जानने की उत्सुकता बरकरार है। चलिए, एक नज़र डालते हैं उस “लाइटनिंग स्टार” की ज़िंदगी पर, जिसकी चमक आज भी बरकरार है!

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दिव्या भारती का जन्म 25 फरवरी 1974 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मानेकजी कूपर हाई स्कूल से पूरी की। स्कूल के दिनों में ही उनकी खूबसूरती और अभिनय प्रतिभा ने फिल्म निर्माताओं का ध्यान आकर्षित किया। हालांकि, उनके करियर की शुरुआत में कुछ असफलताएं भी रहीं, जब उन्हें कुछ फिल्मों से बाहर कर दिया गया। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सपने की ओर बढ़ती रहीं।

 पिता एक बिजनेसमैन और मम्मी जी हाउसवाईफ महिला होने के बावजूद, उन्होंने बचपन से ही एक्टिंग का सपना देखा। 16 साल की उम्र में उन्होंने तेलुगू फिल्म *Bobilli Raja* (1990) से डेब्यू किया, जो सुपरहिट रही। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की ओर रुख किया और साल 1992 में *Vishwatma* और *Shola Aur Shabnam* जैसी फिल्मों से ऐसा धमाल मचाया कि जैसे पूरा बॉक्स ऑफिस दिव्या भारती के नाम हो गया हो।  

दिव्या-भारती

1990 में, दिव्या ने तेलुगु फिल्म ‘बोब्बिली राजा’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, जिसमें उनके साथ दग्गुबाती वेंकटेश थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और दिव्या को तेलुगु सिनेमा में स्थापित कर दिया। इसके बाद उन्होंने ‘असेंबली राउडी’ और ‘राउडी अलुडु’ जैसी सफल तेलुगु फिल्मों में काम किया, जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ी।

1992 में, दिव्या भारती ने हिंदी सिनेमा में फिल्म ‘विश्वात्मा’ से कदम रखा। हालांकि फिल्म ने औसत प्रदर्शन किया, लेकिन ‘सात समुंदर पार’ गाने में उनकी प्रस्तुति ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया। इसके बाद, ‘शोला और शबनम’ में गोविंदा के साथ उनकी जोड़ी और ‘दीवाना’ में ऋषि कपूर और शाहरुख खान के साथ उनकी भूमिका ने उन्हें बॉलीवुड में शीर्ष अभिनेत्रियों की कतार में ला खड़ा किया। ‘दीवाना’ के लिए उन्हें फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिला।

दिव्या भारती ने 10 मई 1992 को निर्माता साजिद नाडियाडवाला से चोरी-चुपके तरीके से निकाह किया। इस विवाह को उन्होंने अपने करियर के कारण सार्वजनिक नहीं किया था। विवाह के बाद उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया और अपना नाम ‘सना’ रखा। उनकी शादीशुदा जिंदगी के बारे में बहुत कम लोग जानते थे, क्योंकि उन्होंने इसे मीडिया से छुपाकर रखा था।

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5 अप्रैल 1993 की रात, मात्र 19 वर्ष की उम्र में, दिव्या भारती की मुंबई में अपने पांचवें मंजिल के अपार्टमेंट से गिरकर मृत्यु हो गई। इस घटना के पीछे कई तरह की अटकलें लगाई गईं, लेकिन आधिकारिक रूप से इसे एक दुर्घटना माना गया। उनकी अचानक हुई मृत्यु ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया और आज तक यह एक रहस्य बनी हुई है।

आधिकारिक तौर पर, ** बालकनी से गिरना** मौत का कारण बताया गया। हालाँकि, कुछ रिपोर्ट्स में उनके ब्लड में अल्कोहल की मात्रा का ज़िक्र है, जिससे संदेह पैदा हुआ। पुलिस ने केस बंद कर दिया, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स ने  उनके करीबियों पर शक जताया गया। 

  • बोब्बिली राजा (1990): तेलुगु सिनेमा में उनकी पहली फिल्म, जिसने उन्हें स्टार बना दिया।
  • विश्वात्मा (1992): हिंदी सिनेमा में उनकी पहली फिल्म, जिसमें ‘सात समुंदर पार’ गाना सुपरहिट हुआ।
  • शोला और शबनम (1992): गोविंदा के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब सराहा।
  • दीवाना (1992): ऋषि कपूर और शाहरुख खान के साथ उनकी भूमिका के लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार मिला।
  • दिल आशना है (1992): हेमा मालिनी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उन्होंने एक बार डांसर की भूमिका निभाई।

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दिव्या के जाने के बाद, कई नई अभिनेत्रियों (जैसे काजोल, रवीना टंडन) ने उनकी स्टाइल को अपनाया। उनकी अधूरी फिल्म *Rang* (1993) को बॉडी डबल की मदद से रिलीज़ किया गया, जो उनके फैंस के लिए एक इमोशनल ट्रिब्यूट बनी। आज भी उनके फैशन और डायलॉग्स सोशल मीडिया पर ट्रेंड करते हैं, जैसे *”दिव्या भारती स्टाइल में साड़ी”* या *”90s बॉलीवुड मेम्स”*।

अगर आज कोई इंस्टाग्राम रील्स में “90s Retro Look” सर्च करे, तो दिव्या भारती के स्टाइल के बिना वो अधूरा है! उन्होंने बिना डिज़ाइनर लेबल के भी अपने सिंपल पर फैशनेबल अंदाज़ से सबका दिल जीता।  

साड़ी का जादू:”-👌👌👌फिल्म *Deewana* में उनकी लाल बॉर्डर वाली साड़ी और चूड़ियाँ आज भी ब्राइडल शूट्स में कॉपी की जाती हैं।  

कजरारे आँखों का क्रेज़:- 🤦‍♀️🤦‍♀️उनकी मस्कारा-फ्री आँखों ने “लेस-इज़-मोर” ट्रेंड को जन्म दिया।  

कैजुअल वेअर:-💕💕Shola Aur Shabnam* में डेनिम जैकेट और स्कर्ट का कॉम्बो आज के जेन-Z को भी स्टाइलिश लगेगा!  

दिव्या से पहले, हीरोइन्स को 20+ उम्र में ही “मैच्योर रोल्स” मिलते थे। उन्होंने 16 साल की उम्र में डेब्यू करके ये धारणा तोड़ी। उनकी सफलता के बाद, बॉलीवुड में टीनएज एक्ट्रेसेज का दौर शुरू हुआ:  

करिश्मा कपूर-👩‍🦰👩‍🦰 ने *Prem Qaidi* (1991) में 17 साल की उम्र में लीड रोल किया।  

रवीना टंडन-👩‍💼👩‍💼ने *पत्थर के फूल* (1992) से 16 साल की उम्र में एंट्री ली।  

त्विङ्कल खन्ना🙍‍♀️🙍‍♀️🙍‍♀️-ने *बरसात* (1995) में 19 साल में डेब्यू किया।  

दिव्या भारती 👸👸👸ने साबित किया कि **”उम्र सिर्फ एक नंबर है”**, बशर्ते आपके पास टैलेंट हो!

दिव्या भारती ने *Deewana* (1992) में शाहरुख खान के साथ काम किया, जो उनकी पहली हिट फिल्म थी। दिलचस्प बात ये है कि दोनों ने साथ में **”आजकल के हीरो-हीरोइन”** की परिभाषा बदल दी:  

– शाहरुख ने “अंटी-हीरो” का रोल किया, जबकि दिव्या ने “बोल्ड यंग गर्ल” का।  

– फिल्म के सेट पर दिव्या ने शाहरुख को कॉमेडी सीन्स में एक्टिंग टिप्स दी थी, जैसा कि एक इंटरव्यू में शाहरुख ने बताया था।  

‘Deewana’के बाद, दोनों को *King Uncle* (1993) में साथ काम करना था, लेकिन दिव्या की मौत के बाद उनकी जगह “अमृता सिंह”को लिया गया।  

दिव्या-भारती

उनकी एक्टिंग के साथ-साथ डायलॉग्स ने भी दर्शकों को हंसाया और रुलाया। यहाँ कुछ यादगार लाइन्स:  

1. मैं तुमसे शादी करूँगी, लेकिन तुम्हें मेरी शर्त माननी होगी!”* – Shola Aur Shabnam

2. *”प्यार में धोखा खाने से अच्छा है, मैं अकेली रहूँ!”* – Dil Aashna Hai

3. *”तुम्हारी नज़रों ने मेरी ज़िंदगी बदल दी… पर अब मैं इसे खुद संवारूंगी!”* – Jaanam

  1. दिव्या भारती की मृत्यु का कारण क्या था?

    दिव्या भारती की मृत्यु 5 अप्रैल 1993 को उनके मुंबई स्थित अपार्टमेंट की पांचवीं मंजिल से गिरने के कारण हुई। आधिकारिक रूप से इसे एक दुर्घटना माना गया, हालांकि इसके पीछे कई तरह की अटकलें और साजिश की थ्योरीज भी सामने आईं।
  2. दिव्या भारती की पहली शादी किससे हुई थी?

    उन्होंने निर्माता साजिद नाडियाडवाला से 10 मई 1992 को गुपचुप तरीके से निकाह किया था। विवाह के बाद उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया और अपना नाम ‘सना’ रखा।
  3. दिव्या भारती का प्रेमी कौन था?

    दिव्या भारती और साजिद नाडियाडवाला के बीच प्रेम संबंध थे, जिसके चलते उन्होंने शादी की थी।
  4. दिव्या भारती की मृत्यु का संदिग्ध कौन था?

    उनकी मृत्यु के बाद कई तरह की अफवाहें और साजिश की थ्योरीज सामने आईं, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिला। आधिकारिक जांच में इसे एक दुर्घटना माना गया और किसी को भी दोषी नहीं ठहराया गया।
  5. दिव्या भारती की मृत्यु के बाद कौन सी फिल्म रिलीज़ हुई?

    उनकी मृत्यु के बाद ‘रंग’ और ‘शतरंज’ जैसी फिल्में रिलीज़ हुईं, जिनमें उन्होंने अभिनय किया था। इन फिल्मों में उनकी आवाज़ की डबिंग किसी और ने की थी, क्योंकि उनकी मृत्यु से पहले वह डबिंग पूरी नहीं कर पाई थीं।
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दिव्या भारती की कहानी सिर्फ एक एक्ट्रेस की नहीं, बल्कि उस दौर की याद दिलाती है जब बॉलीवुड “मासाला” और “इमोशन” का बैलेंस बनाना जानता था। वो चाहे *Deewana* की रोमांटिक हीरोइन हों या *Vishwatma* की डबल रोल वाली किरदार, उन्होंने हर बार दर्शकों को हैरान किया। आज भी जब नई पीढ़ी उनकी फिल्में देखती है, तो एक ही सवाल उठता है – **”इतनी कम उम्र में इतनी परफेक्शन कैसे?”**  

शायद इसका जवाब सिर्फ दिव्या ही जानती थीं… या फिर वो यही कहतीं – *”ये तो बस शुरुआत है!”* 😊  

क्या आप जानते है ? दिव्या भारती की फेवरेट एक्ट्रेस हेमा मालिनी थीं, और वो हमेशा उन्हें अपना “आदर्श” मानती थीं। अगली बार जब *Sholay* देखें, तो हेमा जी के साथ-साथ दिव्या को भी याद कर लीजिएगा!

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